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karnataka: कर्नाटक में फर्जी पहचान पत्र के मामले की जांच सीबीआई-एनआईए से कराई जाए, भाजपा ने रखी अपनी मांग

भाजपा विधायक सुरेश कुमार ने आरोप लगाया कि प्राथमिकी में जिस अपराध का उल्लेख है वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। फर्जी आधार कार्ड तैयार करना राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बड़ा अपराध है। ये सभी आरोपी शहरी विकास मंत्री बी सुरेश के करीबी सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक मामला नहीं है बल्कि समाज की सुरक्षा से जुड़ा विषय है।

पीटीआई, बेंगलुरु। फर्जी मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड की जांच को लेकर भाजपा ने बड़ा मु्द्दा उठाया है और मांग की है कि इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराई जाए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है।

यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित

फर्जी पहचान पत्र बनाने के मामले में बेंगलुरु की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) द्वारा हाल में तीन लोगों – एमएसएल टेक्नो सॉल्यूशन्स के मालिक मौनेश कुमार, उनके साथी भगत और राघवेंद्र की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री एस सुरेश कुमार ने कहा कि तीनों के खिलाफ प्राथमिकी में अंकित अपराध राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है।

भाजपा विधायक सुरेश कुमार ने आरोप लगाया कि प्राथमिकी में जिस अपराध का उल्लेख है, वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। फर्जी आधार कार्ड तैयार करना राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बड़ा अपराध है। ये सभी आरोपी शहरी विकास मंत्री बी सुरेश के करीबी सहयोगी हैं।

इसके साथ ही एमएसएल टेक्नो सॉल्यूशन्स द्वारा बनाये गए आधार कार्ड को रद्द करने का आदेश जारी होना चाहिए क्योंकि यह समझना मुश्किल है कि भविष्य में इनका इस्तेमाल कहां हो सकता है। इसी के साथ उन्होंने मांग की कि आरोपी ताकतवर हो सकते हैं, लेकिन वे बचने नहीं चाहिए क्योंकि यह एक राजनीतिक मामला नहीं है, बल्कि समाज की सुरक्षा से जुड़ा विषय है।

जांच एजेंसियां उचित तरीके से जांच करने में सक्षम

आगे भाजपा विधायक ने कहा कि आधार कार्ड बनाने के लिए जन्म प्रमाण-पत्र जरूरी बनाया जाए। सुरेश कुमार ने यह दावा भी किया कि 2023 के विधानसभा चुनाव जीतने के एकमात्र उद्देश्य के साथ ये दस्तावेज बनाए गए हैं।उन्होंने कहा कि हम भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत कर रहे हैं कि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर पता लगाया जाए कि किन लोगों को ये फर्जी पहचान पत्र दिये जाते हैं। हम आयोग से मांग करेंगे कि इस मामले की जांच एनआईए या सीबीआई से कराई जाए क्योंकि ये दोनों जांच एजेंसियां इनकी उचित तरीके से जांच करने में सक्षम हैं।

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इस बात को लेकर भी दावे किए जा रहे

उन्होंने यह भी दावा किया कि हेब्बल से भाजपा के पराजित उम्मीदवार, जगदीश कट्टा केएस, जो मंत्री सुरेश से हार गए थे, शुरू से ही कह रहे थे कि चुनाव जीतने के लिए नकली और जाली पहचान पत्र तैयार किए गए थे और नकली मतदाता बनाए गए थे।